मुंबई। उर्दू शायरी को नया आयाम दिलाने वाले मशहूर शायर और गीतकार राहत इंदौरी अपने करियर के शुरुआती दौर में चित्रकार बनना चाहते थे।
मध्य प्रदेश के इंदौर में 1 जनवरी 1950 को जन्में राहत इंदौरी के पिता रफ्तुल्लाह कुरैशी कपड़ा मिल के कर्मचारी थे। राहत साहब का बचपन का नाम कामिल था। बाद में इनका नाम बदलकर राहत उल्लाह कर दिया गया। उनकी प्रारंभिक शिक्षा नूतन स्कूल इंदौर में हुई।
परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं थी। राहत इंदौरी ने अपने ही शहर में एक साइन-चित्रकार के रूप में 10 साल से भी कम उम्र में काम करना शुरू कर दिया था। चित्रकारी उनकी रुचि के क्षेत्रों में से एक थी और बहुत जल्द ही बहुत नाम अर्जित किया था।
वह कुछ ही समय में इंदौर के व्यस्ततम साइनबोर्ड चित्रकार बन गए। यह भी एक दौर था कि ग्राहकों को राहत द्वारा चित्रित बोर्डों को पाने के लिए महीनों का इंतजार करना भी स्वीकार था। राहत इंदौरी बॉलीवुड फिल्म के पोस्टर और बैनर भी पेंट करते थे। Read More