kya sanjay dutt ka lungs cancer janleva he

नई दिल्ली। फेफड़ों के कैंसर से जूझ रहे बॉलीवुड अभिनेता संजय दत्त की पत्नी मान्यता दत्त ने प्रशंसकों से अभिनेता के स्वास्थ्य से संबंधित अटकलों और अनर्गल अफवाहों पर ध्यान नहीं देने तथा उनके लिए दुआएं करने की अपील की है।

मान्यता ने एक बयान में कहा कि मैं उन सभी को धन्यवाद देती हूं जिन्होंने संजय दत्त के शीघ्र स्वस्थ होने के लिए शुभकामनाएं व्यक्त की हैं। हमें इस वक्त को पार करने के लिए पूरी ताकत और प्रार्थना की जरूरत है। Read More

बॉलीवुड अभिनेत्री नगमा की जीवनी ?

attarintiki daredi serial actress nagma devi real name ?

बॉलीवुड के साथ कई भाषाओं में नगमा ने अपनी अदाकारी के जौहर दिखाए हैं। 90 के दशक में नगमा ने कई बड़े सितारों के साथ फिल्मों में काम किया और कई फिल्में सुपरहिट दी हैं। नगमा का आज जन्मदिन है। या अभिनेत्री आज अपना 45 वां जन्मदिवस मना रही हैं। नगमा हिन्दी फिल्मों के अलावा तेलुगू, तमिल, कन्नड़, मलयालम, बंगाली, भोजपुरी, पंजाबी और अब मराठी जैसी भारतीय भाषाओं में विस्तृत रूप से काम करने के लिए उल्लेखनीय रही है। नगमा का फिल्मों से राजनीति का सफर कैसा रहा आइए जानते हैं।

25 दिसंबर को मुंबई में हुआ था नगमा का जन्म

नगमा का जन्म एक मुसलमान मां और हिंदू पिता के घर क्रिसमस के दिन 25 दिसंबर, 1974 को हुआ था। उनका असली नाम नंदिता अरविंद मोरारजी है। वह मशहूर दिवंगत व्यापारी अरविंद मोरारजी की बेटी हैं। उनकी मां महाराष्ट्र के कोंकण क्षेत्र की रहने वाली हैं। वह स्वतंत्रता सेनानी काजी परिवार से हैं और उनका असली नाम शमा काजी था, लेकिन वह अब सीमा नाम से जानी जाती हैं। नगमा ने शुरुआती पढ़ाई मुंबई में ही पूरी की थी। पूरा पढ़े। 

हिन्दी सिनेमा गायक मोहम्मद रफी की जीवनी ?

मोहम्मद रफ़ी पुरस्कार किस क्षेत्र में दिया जाता है ?

हिन्दी सिनेमा। इनको गायन के क्षेत्र में बेताज बादशाह कहा जाता है। ऐसी सुरीली आवाज की दुनिया दीवानी थी। पचास के दशक में जब भी संगीत की कोई महफिल होती थी उसमें मोहम्मद रफी को गाने के लिए बुलाया जाता था। बॉलीवुड में कोई आज तक रफी नहीं बन पाया। हिन्दी सिनेमा के श्रेष्ठतम पार्श्व गायकों में से एक मोहम्मद रफी ने अपनी आवाज की मधुरता और परास की अधिकता के चलते अपने समकालीन गायकों के बीच अपनी अलग पहचान छोड़ी।

फिल्म इंडस्ट्री के सबसे सफल गायकों में से एक सदाबहार मोहम्मद रफी का आज 95वां जन्मदिन है। अगर एक गाने में इजहार-ए-इश्क की एक सौ एक विधाएं दर्शानी हों तो आप सिर्फ एक ही गायक का नाम ले सकते हैं वो हैं मोहम्मद रफी। आइए जानते हैं मोहम्मद रफी का गायकी का सफर कैसा रहा।

24 दिसंबर 1924 को रफी का हुआ था जन्म

मोहम्मद रफी का जन्म 24 दिसंबर 1924 को पंजाब के कोटला सुल्तान सिंह गांव में में हुआ था। आप को ये जानकर हैरानी होगी कि इतने बडे़ आवाज के जादूगर को संगीत की प्रेरणा एक फकीर से मिली थी।  कहते हैं जब रफी छोटे थे तब इनके बड़े भाई की नाई दुकान थी, रफी का ज्यादातर वक्त वहीं पर गुजरता था। रफी जब सात साल के थे तो वे अपने बड़े भाई की दुकान से होकर गुजरने वाले एक फकीर का पीछा किया करते थे जो उधर से गाते हुए जाया करता था। उसकी आवाज रफ़ी को अच्छी लगती थी और रफी उसकी नकल किया करते थे। पूरा पढ़े। 

कॉमेडी सुपरस्टार लक्ष्मीकांत बेर्डे की जीवनी ?

A short paragraph about comedian Laxmikant Berde 8 to 10 lines ?

मराठी और हिंदी सिनेमा के हास्य अभिनेता को देखकर दर्शकों के चेहराें पर अपने आप मुस्कान आ जाती थी। 90 के दशक में इस अभिनेता ने कई फिल्में सुपरहिट दी। प्रसिद्ध हास्य अभिनेता लक्ष्मीकांत बेर्डे ने मराठी तथा हिंदी फिल्मों में अपने अभिनय की अमिट छाप छोड़ी। लक्ष्मीकांत अपनी निजी जीवन और फिल्मी पर्दे पर भी लोगों को हंसाते रहें। दुनिया को हंसाने वाला यह कलाकार जल्द ही सभी को रुला गया।

आज हम बात कर रहे हैं बॉलीवुड के हास्य अभिनेता लक्ष्मीकांत बेर्डे की। लक्ष्मीकांत की आज पुण्यतिथि है। 16 दिसंबर 2004 को यह कॉमेडी कलाकार केवल 50 वर्ष की आयु में ही दुनिया को छोड़ कर चला गए। सिनेमा दर्शक आज भी इनके निभाए गए किरदारों को याद करते हैं। पूरा पढ़े। 

अभिनेता अक्षय कुमार की जीवनी ?

Akshay Kumar history in Hindi language ?

बॉलीवुड में खिलाड़ी कुमार अक्षय कुमार का नाम उन गिने चुने अभिनेताओं में शुमार किया जाता है जिन्होंने लगभग तीन दशक से अपने दमदार अभिनय से दर्शकों के दिल में आज भी एक ख़ास मुकाम बना रखा है। अक्षय कुमार मूल नाम राजीव भाटिया का जन्म 09 सितंबर 1967 को पंजाब के अमृतसर में एक मध्यम वर्गीय पंजाबी परिवार में हुआ था। उनका बचपन दिल्ली में बीता। अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद अक्षय बैंकाक चले गये और वहां बावर्ची का काम करने लगे। इस दौरान वह वहां मार्शल आर्ट सीखा करते थे। बैंकाक से लौटने के बाद अक्षय कुमार मुम्बई आ गए और मार्शल आर्ट ट्रेनर का काम करने लगे। इसी दौरान अक्षय की मुलाकात फिल्मकार प्रमोद चक्रवर्ती से हुई और उनसे अपनी फिल्म ‘दीदार’ में काम करने की पेशकश की। हालांकि इससे पहले उनकी फिल्म ‘सौगंध’ प्रदर्शित हो गई।

इस बीच निर्देशक अब्बास मस्तान की नजर अक्षय कुमार पर पड़ी। उन्होंने उनसे अपनी फिल्म ..खिलाड़ी.. 1992. में काम करने का प्रस्ताव किया। रहस्य और रोमांच से भरी यह फिल्म टिकट खिड़की पर सुपरहिट साबित हुयी और वह काफी हद तक इंडस्ट्री में पहचान बनाने में कामयाब हो गये। फिल्म खिलाड़ी की सफलता के बाद अक्षय फिल्म इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाने में कामयाब हो गये। खिलाड़ी के बाद अक्षय कुमार फिल्म इंडस्ट्री में खिलाड़ी कुमार के नाम से मशहूर हो गये। इसके बाद फिल्मकारों ने उन्हें लेकर खिलाड़ी टाइटल वाली कई फिल्मों का निर्माण किया। इनमें मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी, सबसे बड़ा खिलाड़ी, खिलाड़ियो का खिलाड़ी, मिस्टर ऐंड मिसेज खिलाड़ी, इंटरनेशनल खिलाड़ी, खिलाड़ी 420 आदि है। पूरा पढ़े।